बिहार का इतिहास क्या है। (What is history of Bihar)
बिहार का इतिहास और विकास एक बहुत ही समृद्ध, प्राचीन और विविध विषय है। यह क्षेत्र भारतीय सभ्यता, धर्म, शिक्षा और राजनीति का एक प्रमुख केंद्र रहा है। नीचे विस्तार से बताया गया है:
🔶 प्राचीन इतिहास (Before 600 BCE)
1. वैदिक काल:
बिहार का उल्लेख ऋग्वेद और अन्य वैदिक ग्रंथों में होता है। यहाँ के क्षेत्र को 'मगध', 'वज्जि', 'विदेह' और 'अंग' के रूप में जाना जाता था।
2. मिथिला और विदेह:
यह क्षेत्र राजा जनक और सीता माता की भूमि के रूप में प्रसिद्ध है। मिथिला क्षेत्र विदेह साम्राज्य का हिस्सा था और ज्ञान तथा दर्शन का केंद्र था।
🔶 महाजनपद काल (600 BCE – 300 BCE)
बिहार में मगध महाजनपद एक शक्तिशाली राज्य था। इसकी राजधानी पहले राजगीर और बाद में पाटलिपुत्र (अब पटना) बनी।
प्रसिद्ध शासक: बिंबिसार, अजातशत्रु, महापद्मनंद इसी काल में महावीर (जैन धर्म) और गौतम बुद्ध (बौद्ध धर्म) का जन्म और प्रचार हुआ।
🔶 मौर्य साम्राज्य (321 BCE – 185 BCE)
चंद्रगुप्त मौर्य ने मगध से मौर्य साम्राज्य की स्थापना की।
अशोक महान (272-232 BCE) का शासन काल बिहार के इतिहास का स्वर्ण युग माना जाता है। उन्होंने बौद्ध धर्म का प्रचार पूरी दुनिया में किया।नालंदा और विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालय बाद में स्थापित हुए.
🔶 गुप्त साम्राज्य (320 – 550 CE)
इसे भारतीय इतिहास का “स्वर्ण युग” कहा जाता है।
समुद्रगुप्त, चंद्रगुप्त II जैसे शासकों ने कला, विज्ञान, गणित और साहित्य को बहुत बढ़ावा दिया।
आर्यभट और कालिदास जैसे विद्वान इसी समय हुए।
मध्यकाल (1200 – 1700 CE)
दिल्ली सल्तनत और मुगल शासन के दौरान बिहार ने कई उतार-चढ़ाव देखे।शेरशाह सूरी (सासाराम) एक प्रमुख शासक था, जिसने दिल्ली की गद्दी संभाली और ग्रैंड ट्रंक रोड बनवाई।
🔶 ब्रिटिश काल (1764 – 1947)
1764 में बक्सर का युद्ध जीतने के बाद ईस्ट इंडिया कंपनी ने बिहार को अपने कब्जे में ले लिया।
बिहार 1912 में बंगाल से अलग होकर एक स्वतंत्र प्रांत बना।
स्वतंत्रता संग्राम में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, जयप्रकाश नारायण और अन्य नेताओं का अहम योगदान रहा।
🔶 स्वतंत्र भारत में बिहार (1947 – अब तक)
✔️ राजनीतिक विकास:
बिहार के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद बने।लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार, कर्पूरी ठाकुर जैसे नेताओं ने प्रदेश की राजनीति को प्रभावित किया।
✔️ शिक्षा का विकास:
पटना यूनिवर्सिटी, नालंदा यूनिवर्सिटी (नवीन पुनर्निर्माण), IIT पटना, NIT पटना जैसी संस्थान।
शिक्षा की स्थिति में सुधार की कोशिशें की गईं, पर अभी भी चुनौतियाँ हैं।
✔️ आर्थिक व औद्योगिक विकास:
बिहार मुख्यतः कृषि आधारित राज्य है।उद्योग कम हैं, लेकिन हाल के वर्षों में कुछ निवेश और स्टार्टअप्स बढ़े हैं।
✔️ वर्तमान समय में:
इन्फ्रास्ट्रक्चर (सड़क, बिजली, पानी) में सुधार।
स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में योजनाएं चलाई जा रही हैं।
नालंदा विश्वविद्यालय का पुनर्निर्माण अंतरराष्ट्रीय सहयोग से हुआ।
📌 बिहार की विशेषताएँ
क्षेत्र विवरण
धर्म बौद्ध, जैन, हिंदू धर्म का जन्म और विकास
शिक्षानालंदा, विक्रमशिला जैसे विश्वविख्यात विश्वविद्यालय राजनीति कई बड़े नेताओं की भूमि संस्कृति छठ पर्व, मधुबनी पेंटिंग, भोजपुरी-मगही-मैथिली भाषाएं अर्थव्यवस्था कृषि, मक्का, गन्ना, आम, लीची उत्पादन में अग्रणी
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